पूरे रास्ते में 2 से 3 फीट मोटी बर्फ की चादर बिछी हुई थी लेकिन सेना के जवानों ने हार नहीं मानी। गर्भवती महिला को स्ट्रेचर पर लिटाया और वहां से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर रात के अंधेरे में अस्पताल पहुंचाया।
कुपवाड़ा: जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में इस समय जबरदस्त बर्फ़बारी हो रही है। बर्फबारी की वजह से सड़कों पर बर्फ जमी हुई है। रास्ते बंद हैं। इस वजह से स्थानीय लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा समस्या मेडिकल इमरजेंसी वालों को हो रही है। लेकिन कहा जाता है कि जहां भारतीय सेना के जवान होते हैं, वहां हर समस्या का समाधान है। इसी की एक मिशाल कुपवाड़ा में देखने को मिली।
अचानक बिगड़ी महिला की तबियत
दरअसल एक गर्भवती महिला की तबियत अचानक बिगाड़ गई। परिजनों ने नजदीकी अस्पताल में संपर्क किया लेकिन भारी बर्फ़बारी की वजह से अस्पताल कोई मदद करने में सक्षम नहीं था। इसके बाद परिजनों ने सेना से समरक किया। सेना ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए मदद के लिए जवानों को भेज दिया। महिला को किसी भी गाड़ी की मदद से अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सकता था। इसके बाद जवानों ने पैदल ही गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने की ठानी।
सड़क पर बिछी हुई थी बर्फ की चादर
पूरे रास्ते में 2 से 3 फीट मोटी बर्फ की चादर बिछी हुई थी लेकिन सेना के जवानों ने हार नहीं मानी। गर्भवती महिला को स्ट्रेचर पर लिटाया और वहां से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर रात के अंधेरे में अस्पताल पहुंचाया। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान जवानों ने अपनी सुरक्षा को दांव पर लगाया और महिला को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी