ऑपरेशन “NARCOS” के तहत हटिया रेलवे स्टेशन पर 32 किलोग्राम (मारिजुआना) गांजा की बरामदगी
दिनांक 07.05.2024 को आरपीएफ पोस्ट हटिया के अधिकारी और कर्मचारी, फ्लाइंग टीम रांची और जीआरपी हटिया के साथ प्लेटफॉर्म 03 पर हटिया रेलवे स्टेशन पर चेकिंग में लगे हुए थे। चेकिंग के दौरान देखा कि छह व्यक्ति 04 ट्रॉली बैग और 01 बड़े आकार के बैग के साथ एस्केलेटर के पास संदिग्ध तरीके से बैठे थे। संदेह के आधार पर उन्हें हटिया स्टेशन पर हिरासत में लिया गया. पूछने पर उन्होंने अपना नाम और पता (i) दुलार चंद्र राम, उम्र- 40 वर्ष, निवासी- जीना, थाना- नासरीगंज, जिला- रोहतास, बिहार (ii) बब्लू कुमार यादव , उम्र- 23 वर्ष, निवासी- हथमारा, थाना- मांडू, जिला-रामगढ़ (iii) निखिल कुमार यादव, उम्र- 19 वर्ष, निवासी- हथमारा , थाना- मांडू, जिला-रामगढ़ (iv) हेमंत मित्रा, उम्र- 18 वर्ष निवासी-बराइच नगर, थाना-मांडू, जिला-रामगढ़ (v) बिनीत कुमार, उम्र-21, निवासी-सांडी, थाना-मांडू, जिला-रामगढ़ (vi) इकवाल खान, उम्र- 53 वर्ष, निवासी- प्रयाग विहार, हरि नगर मायापुरी, थाना- राजौरी गार्डन, जिला- पश्चिमी दिल्ली बताया और यह खुलासा किया कि भूरे प्लास्टिक में लिपटा हुआ मारिजुआना (गांजा) था उनके बैग मेंl तत्काल मामले की सूचना सहायक सुरक्षा आयुक्त/आरपीएफ/रांची को दी गयी. सूचना मिलने पर मौके पर उपस्थित हुए और आदेश के अनुसार उनकी व्यक्तिगत तलाशी ली गई और सभी कानूनी औपचारिकताओं के बाद मौके पर उनके बैग की जांच की गई। जिसके दौरान मिले 32 पैकेटों का डीडी किट से परीक्षण किया गया जो पॉजिटिव पाया गया। इसके अलावा, मारिजुआना के 32 पैकेटों का वजन 32.00 किग्रा, अनुमानित मूल्य 16,00,000 (सोलह लाख रुपये) पाया गया जिसके बारे मे वो लोग कोई कानूनी अधिकार प्रस्तुत करने में विफल रहे। चूंकि अवैध गांजा को एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाना और लाभ के लिए अवैध रूप से इसकी बिक्री/तस्करी करना एनडीपीएस अधिनियम के तहत एक संज्ञान अपराध है तो बरामद सामग्री को जब्त कर लिया गया। पूछे जाने पर उन लोगों ने बताया कि वे 04.05.2024 को राउरकेला पहुंचे और इकवाल खान ने उन्हें उक्त गांजा उपलब्ध कराया। उक्त मारिजुआना को राउरकेला से ले जाया गया और अपने निजी लाभ के लिए ऊंची कीमत पर कानपुर में बेचा जाना थाl सभी कानूनी औपचारिकताएं लागू करने के बाद हिरासत में लिए गए सभी व्यक्तियों को जब्त सामग्री और अन्य वस्तुओं के साथ जीआरपी हटिया को सौंप दिया गया।