अपने जन्मदिन पर कल्पना सोरेन जी ने अपने ससुर दिशोम गुरु माननीय शिबू सोरेन और अपनी सास से आशीर्वाद लिया और अपने सोशल मीडिया में पोस्ट किया और बताया कल वो गिरीडीह में जेएमएम के स्थापना दिवस कार्यक्रम में में शामिल होने की आज्ञा ली सुबह ही वो हेमंत जी से जेल में मुलाक़ात की थी उन्होंने अपने परिवार के बारे में भी बताया मेरे पिता भारतीय सेना में थे। वह सेना से रिटायर हो चुके हैं। पिताजी ने सेना में रहकर देश के दुश्मनों का डटकर सामना किया। बचपन से ही उन्होंने मुझमें बिना डरे सच के लिए संघर्ष करना और लड़ना भी सिखाया।
झारखण्डवासियों और झामुमो परिवार के असंख्य कर्मठ कार्यकर्ताओं की मांग पर कल से मैं सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कर रही हूं। जब तक हेमन्त जी हम सभी के बीच नहीं आ जाते तब तक मैं उनकी आवाज बनकर आप सभी के बीच उनके विचारों को आपसे साझा करती रहूंगी, आपकी सेवा करती रहूंगी।
विश्वास है, जैसा स्नेह और आशीर्वाद आपने अपने बेटे और भाई हेमन्त जी को दिया है, वैसा ही स्नेह और आशीर्वाद, मुझे यानी हेमन्त जी की जीवन संगिनी को भी देंगे।
जय जोहार!🏹
जय झारखण्ड!
हेमन्त है तो हिम्मत है!
झारखण्डझुकेगानहीं
~ कल्पना मुर्मू सोरेन