चतरा के वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के जोरी बॉर्डर के बैरियो जंगल में बुधवार की शाम जिला बल और टीपीसी में हुये मुठभेड़ को लेकर जिले के पुलिस अधिकारियों पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जानकारी के अनुसार जिला पुलिस की लापरवाही के कारण दो जवान शहीद हो गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस टीम जंगल में पोस्ता की खेती नष्ट करने गई थी. जहां घात लगाकर नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया. आधे से अधिक जवान बिना हथियार के ही गये थे.
बिना हथियार का अफीम नष्ट करने भेज दिया गया था
जो खबर सामने आ रही है जवानों के पास कोई हथियार नहीं था, जिसके कारण कवर फायरिंग नहीं कर पाए. सदर थाना का थाना प्रभारी ट्रेनिंग डीएसपी है. उन्होंने बिना वरीय पदाधिकारी को जानकारी दिए बिना हथियार के जवानों को अफीम नष्ट करने के लिए भेज दिया था. सुबह में यह जानकारी थी कि नक्सलियों का मूवमेंट होने वाला है, इसके बावजूद अफीम नष्ट करने के लिए ले जाया गया.
मामले में जिले के वरीय अधिकारी ने कहा कि यह सूचना गलत है कि जवानों को बिना हथियार का भेजा गया. आर्म्ड फोर्स भी थे उसने नक्सलियों को मुंह तोड़ जवाब दिया है.