Google search engine
HomeBlogरिम्स मामले में ट्रेनी डॉक्टर्स का पक्ष (पूरा पढ़े)

रिम्स मामले में ट्रेनी डॉक्टर्स का पक्ष (पूरा पढ़े)

रिम्स की सुरक्षा व्यवस्था तो पहले से ही खराब थी पर अब यहाँ के गार्ड बाहर के लोगों को छोड़ यहाँ पढ़ रहे विद्यार्थियों पर ही हावी हो जाते हैं।
बाहर के लोगों को रिम्स के क्षेत्र में घूमने की मनाही है इस कारण विद्यार्थियों को आई डी कार्ड साथ रखने कहा जाता है।
आज दिनांक 27/08/2024 को संध्या 7 बजे एक महिला गार्ड ने रिम्स की एक छात्रा को आई डी कार्ड दिखाने के बाद भी उसे स्टेडियम में घुसने से मना किया, उससे दुर्व्यवहार किया और उसके साथ धक्का-मुक्की की जब कि उस समय स्टेडियम के अंदर बाहरी लोग भी उपस्थित थे जिनके बारे में पूछे जाने पर गार्ड को इस बात का ज्ञात ही ना था। विद्यार्थी जब उस छात्रा के हित में बात करने आए तो महिला गार्ड ने अपने नशे में धुत, हथियार बंद सहकर्मियों को बुलाया जो अर्धनग्न अवस्था में थे । उन्होंने विद्यार्थियों को घेरकर धमकी दी कि किसी को जाने नहीं देंगे और शटर बंद करने लगे। इतने में वो महिला गार्ड मौके से भाग गयी और उसके सहकर्मी छात्रों के साथ हाथापायी पर उतर आए। इस विषय में रिम्स में स्थित कंट्रोल रूम में एक एफ आई आर दर्ज किया गया। रिम्स के उप चिकित्सा अधीक्षक ने मौके का जायजा लेकर विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी।
इससे पहले भी कई किस्से सामने आयें हैं जिनमें छात्रावासों में महिला गार्ड ने छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया है । 10 बजे से 5 मिनट भी देरी होने पर छात्राओं को अंदर घुसने नहीं दिया जाता और काफी बहस करने के बाद छात्राओं को कहा जाता है कि बाहर रहने के कारण ही उनके साथ बुरी घटनायें होती हैं। उन्हें छात्राओं को अनुरक्षित करने का आदेश दिए जाने के बावजूद वे अपना काम छोड़ पूरे दिन फोन चलाते हुए नज़र आती हैं और सीधे छात्राओं के चरित्र पर अनुचित टिप्पणी करने लगती हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular